Monday, June 11, 2012

ज़िन्दगी


आज फिर सोच रहा हूँ कुछ लिखू 
कुछ कहकर इस मन को दू सुकून,
बात तो कुछ भी नयी नहीं बताने को,
फिर से वही मुश्किल ज़िन्दगी बिताने को,
हाँथ थाम कर तुम मेरा चलो तो सही,
शाम ढले और सुबह हो फिर एक नयी।

जाना है मैंने भी कुछ ज़िन्दगी को,
छूकर गयी है वोह भी तो शायद कहीं मुझको,
कुछ पल और लम्हे जो एहसासो से भरे थे,
ख्वाबो के परिंदे जो आसमानो में उड़े थे,
दिन ढलने पर जाकर न जाने कहा छुपे थे, 

क्योकि कल फिर एक नयी सुबह आएगी,
और उन परिंदो को वापस अपने घर लाएगी,
जानता हूँ ज़िन्दगी कल फिर गुनगुनायेगी,
हार पर जीत मुस्कुराएगी,
पहली बारिश की बूंदो पर,
गीली मिटटी की फिर वही खुशबु आएगी,

ज़िन्दगी यह एहसासो की कहानी है,
कुछ तुमने सुना और कुछ मेरी जुबानी है,
वक़्त को ना रोको यह तो बस रेत की तरह निकल जायेगा,
यह ना कभी ठहरा है ना कभी वापस आएगा,
आज चुन लो मोतियो को तुम दरिया में से,
कल का क्या पता शायद यह सेहरा बन जायेगा,

कल वो सूरज फिर मुस्कुराएगा,
और अपनी पहली किरण से नयी उम्मीद जगायेगा,
मंजिले दूर होने से रास्ते लम्बे हो जाते है,
पर जो उन पर बिना रुके चला है,
अंत में वही तो परचम लहराएगा

किसी मोड़ पर ज़िन्दगी में हम फिर टकरायेंगे,
बीते लम्हे फिर एक बार दामन भिगो जायेंगे,
सोचता हूँ मै कि इन लम्हो से हम कल क्या पाएंगे,
जो एहसासो की कहानी फिर से दोहराएंगे,
नए दोस्त नए लोग दिल में जगह बनायेंगे,
ज़िन्दगी के कुछ नए पल,
और नए पलो में ज़िन्दगी को बिताएंगे,
पर इन सब के बीच वो पुराने परिंदे कहा जायेंगे?,
वो शायद नयी डाल की तलाश में घरो से उड़ जायेंगे,
उम्मीद की पहली किरण के साथ एक नया आशियाना बनायेंगे,
और उन आशियानो में उन लम्हो को फिर सजायेंगे,
क्योकि ज़िन्दगी में फिर कई मोड़ आयेंगे.....!!!!!!!

8 comments:

  1. Really nice & meaningful :)
    Enjoyed reading it !

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  2. AWESOME!!! Jo baat kahin hain dil me lagi. Zindagi ne tumko aur tumne shayad zindagi ko choo liya. Bahut khoob!!!!

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  3. Beautiful thought... dil ko choo liya hai isne :)

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  4. Really nice and superb use of words...

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  5. Thanks nagar for taking out your precious time.

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